Gaurav Taneja on Fake Paneer Controversy | बीते कुछ दिनों में आपने ऐसे तमाम वीडियोज देखे होंगे, जिनमें सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर्स आयोडीन टेस्ट के जरिए पनीर की शुद्धता परखते हैं। लेकिन अब मशहूर सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर गौरव तनेजा ने वीडियो शेयर कर दावा किया है कि पनीर की शुद्धता परखने के लिए आयोडीन टेस्ट भरोसमंद तरीका नहीं है। फ्लाइंग बीस्ट के नाम से मशहूर गौरव तनेजा ने कहा कि पनीर की शुद्धतां जांचने के लिए आयोडीन टेस्ट भरोसेमंद तरीका नहीं है, इस टेस्ट में कई नकली पनीर भी पास हो सकते हैं।
दरअसल, गौरव तनेजा का यह वीडियो उस कंट्रोवर्सी के बाद आया है, जिसमें सार्थक सचदेवा नाम के सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर ने मुंबई में गौरी खान के रेस्टोरेंट में जाकर पनीर का आयोडीन टेस्ट किया था। सार्थक सचदेवा ने टेस्ट के बाद दावा किया था कि गौरी खान के रेस्टोरेंट में नकली पनीर परोसा जा रहा है।
क्या है पनीर क्वालिटी चेक कंट्रोवर्सी?
सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर सिद्धार्थ सचदेवा इन दिनों मुंबई के उन मशहूर रेस्टोरेंट्स में जाकर आयोडीन टेस्ट के जरिए पनीर का क्वालिटी चेक कर रहे हैं, जिनके मालिक मशहूर सेलिब्रिटीज़ हैं। इसी क्रम में सिद्धार्थ मुंबई के मशहूर रेस्टोरेंट ‘तोरी’ पहुंचे। इस रेस्टोरेंट की मालकिन बॉलीवुड एक्टर शाहरूख खान की पत्नी गौरी खान हैं। सिद्धार्थ ने दावा किया कि उन्होंने रेस्टोरेंट में सर्व किए गए पनीर पर आयोडीन टेस्ट किया और पाया कि इस्तेमाल किया जा रहा पनीर नकली है। हालांकि, रेस्टोरेंट ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया। लेकिन सिद्धार्थ सचदेवा का वीडियो वायरल हो गया और पनीर टेस्टिंग कंट्रोवर्सी ने तूल पकड़ लिया।
Gaurav Taneja on Fake Paneer Controversy
मशहूर यूट्यूबर और एक डेरी कंपनी के को-फाउंडर गौरव तनेजा ने पनीर टेस्टिंग कंट्रोवर्सी पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। गौरव तनेजा ने दावा किया कि पनीर की शुद्धता जांचने के लिए आयोडीन टेस्ट भरोसेमंद तरीका नहीं है।
गौरव ने आयोडीन टेस्ट पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस तरीके पर भरोसा नहीं किया जा सकता, क्योंकि इस टेस्टिंग में कई नकली पनीर भी पास हो जाएंगे। गौरव तनेजा ने इसके पीछे की वजह भी बताई।
गौरव तनेजा ने कहा कि आयोडीन टेस्टिंग से सिर्फ स्टार्च का पता लगाया जा सकता है, ना कि पनीर की शुद्धता जांची जा सकती है। उन्होंने कहा कि कई इन्फ्लूएंसर इन दिनों आयोडीन टेस्टिंग से पनीर की शुद्धता जांच रहे हैं लेकिन इस तरीके से पनीर के सही कंपोजिशन का पता नहीं लगाया जा सकता है।
डेरी इंडस्ट्री के अपने अनुभव के आधार पर गौरव तनेजा ने कहा कि पनीर की शुद्धता जांचने के लिए आयोडीन टेस्टिंग सही तरीका नहीं है। हालांकि, उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया कि बाजार में इन दिनों कई मिलावटी प्रोडक्ट मौजूद हैं।
गौरव तनेजा ने बताया कैसे बनता है नकली पनीर?
गौरव तनेजा ने आगे बताया कि नकली पनीर बनाने की प्रक्रिया कैसे शुरू होती है। उन्होंने कहा- सबसे पहले दूध से क्रीम और घी निकालने के लिए उसमें से फैट (वसा) अलग किया जाता है। इसके बाद बचा हुआ दूध, जिसमें अब वसा नहीं होता, उसमें वनस्पति तेल या पाम ऑयल मिलाया जाता है ताकि उसमें वसा की मात्रा वापस लाई जा सके। इस तरह बदला गया दूध, जिससे पनीर बनाया जाता है, उसमें स्टार्च नहीं होता क्योंकि इसमें जो वसा मिलाया गया है, वह प्राकृतिक दूध का नहीं बल्कि तेल का होता है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि चाहे पनीर पर कितना भी आयोडीन टेस्ट किया जाए, उसमें कोई प्रतिक्रिया नहीं होगी क्योंकि उस दूध में स्टार्च होता ही नहीं है। उन्होंने दर्शकों पर छोड़ दिया कि वे बाजार में बिकने वाले पनीर की गुणवत्ता पर खुद विचार करें।
सार्थक सचदेवा को रेस्टोरेंट का जवाब
सार्थक सचदेवा के मूल वीडियो, जिसमें उन्होंने गौरी के रेस्टोरेंट Torii के पनीर का टेस्ट किया था, के बाद रेस्टोरेंट की ओर से जवाब आया। उन्होंने स्पष्ट किया कि आयोडीन टेस्ट सिर्फ स्टार्च की उपस्थिति दिखाता है, पनीर की असलियत नहीं। उन्होंने यह भी बताया कि उनके व्यंजन में सोया आधारित सामग्री शामिल है, जिससे यह प्रतिक्रिया हो सकती है। Torii ने अपने पनीर और सामग्री की गुणवत्ता पर पूरा भरोसा जताया। इसके जवाब में सार्थक ने मजाकिया अंदाज़ में कहा, क्या अब मुझे रेस्टोरेंट से बैन कर दिया गया है? और उनकी तारीफ़ करते हुए कहा, “वैसे, आपका खाना ज़बरदस्त है।”