Karanveer Mehra ने पहलगाम पर पढ़ी कविता, Elvish Yadav ने कसा तंज

Elvish Yadav vs Karan Veer Mehra | पहलगाम आतंकी हमले को लेकर देश भर में नाराजगी है। लोग सोशल मीडिया पर अपने-अपने विचार साझा कर रहे हैं। इस बीच टीवी एक्टर करणवीर मेहरा ने भी सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया, जिस पर वबाल मच गया है।
इस वीडियो में करणवीर, अभिनेता आशुतोष राणा द्वारा लिखी गई एक कविता पढ़ते नजर आए, जिसमें धर्म के नाम पर हो रहे बंटवारे और इंसानियत की बात की गई है। लेकिन वीडियो की प्रस्तुति और समय ने कई लोगों को असहज कर दिया है। यूट्यूबर और पूर्व बिग बॉस विजेता एल्विश यादव ने भी इस वीडियो पर टिप्पणी करते हुए करणवीर पर तंज कसा है।

क्या है विवाद का कारण?

करणवीर मेहरा ने जो वीडियो शेयर किया है, उसमें वह बनावटी गंभीरता के साथ कविता पढ़ते नजर आते हैं। इस वीडियो में उनकी आंखों में हल्की नमी और चेहरों पर गंभीरता थी, लेकिन सोशल मीडिया पर कुछ यूज़र्स का कहना है कि यह “ड्रामा” और “बनावटी” लग रहा था।
वीडियो में करणवीर की आंखों में रिंग लाइट की झलक भी साफ देखी जा सकती है। कई यूज़र्स ने पूछा कि क्या पहलगाम में मारे गए निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि देने का यह तरीका उपयुक्त है?

Elvish Yadav का तीखा कमेंट

करणवीर के वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए एल्विश यादव ने अपने X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर वीडियो रीशेयर करते हुए लिखाः

पाकिस्तान से वोट आए थे क्या भाई?

एल्विश की इस टिप्पणी को सोशल मीडिया पर दो धाराओं में देखा जा रहा है — एक वर्ग इसे राष्ट्रवाद की भावना से प्रेरित सीधी प्रतिक्रिया मान रहा है, वहीं दूसरा वर्ग इसे ‘ट्रोलिंग’ और ‘घृणा’ फैलाने वाली प्रतिक्रिया बता रहा है।

करणवीर के समर्थकों की प्रतिक्रिया

एल्विश की टिप्पणी के बाद करणवीर के समर्थकों ने उनके बचाव में कई पोस्ट किए। एक यूज़र ने लिखाः

“हेट मत फैलाओ… करणवीर जो दिखा रहे हैं वो आतंक और इंसानियत के फर्क की बात है।”

ट्विटर यूजर @FattehaliF ने लिखाः

कुछ भी लिखते हो एल्विश, करण ने पाकिस्तान के सपोर्ट में कुछ नहीं कहा…उसने सिर्फ इंसानियत की बात की है।

सोशल मीडिया यूजर @sur_nam93801 ने लिखाः

करण ने सिर्फ इतना कहा है कि इसमें हिन्दू-मुसलमान की कोई बात नहीं है, सभी बराबर हैं। इसको क्या पड़ी है? तेरा घमंड तो बिग बॉस के बाद टूट ही गया। अब और गिरोगे और बहुत दर्द होगा तुम्हें। तुम्हारे अंदर क्या क्वालिटी है? अच्छा दिल तो होता। पता नहीं तुम्हारे फैन कौन हैं, अनपढ़, जाहिल होंगे।

करणवीर के फैंस लगातार उनके वीडियो का बचाव कर रहे हैं, वहीं एल्विश फैंस वीडियो की प्रस्तुति पर सवाल उठा रहे हैं।

करणवीर ने कौन सी कविता पढ़ी?

करणवीर ने जिस कविता का पाठ किया, वह आशुतोष राणा की लिखी कविता है जो कि सांप्रदायिकता और धार्मिक ध्रुवीकरण के खिलाफ थी। कविता में पंक्तियाँ थीं:

बांट दिया इस धरती को, क्या चांद सितारों का होगा?
नदियों को कुछ नाम दिए, बहती धारों का क्या होगा?
शिव की गंगा भी पानी है, आबे ज़मज़म भी पानी है…
पंडित भी पिए-मौलवी भी पिए, तो पानी का मज़हब क्या होगा?
एक है सूरज-चांद है एक, एक हवा में सांस है सबकी,
तो पूछो इन फिरकापरस्तों से अब हवा भी क्या नई चलाओगे?
नस्लों का जो करें बंटवारा, रहबर वो कौम का ढोंगी है
सवाल तो बस एक ही है-
क्या अल्लाह ने मंदिर तोड़ा था या राम ने मस्जिद तोड़ी है?
बांट दिया इस धरती को…..
कोई हिन्दू है, तो कोई मुसलमान, कोई सिख, कोई ईसाई
बस सबने इंसान न होने की कसम है खाई

इस कविता का मर्म सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के खिलाफ इंसानियत की बात करना था। लेकिन करणवीर शायद इस बात को नहीं समझ पाए कि ये कविता तो अच्छी है, लेकिन मौका मुनासिब नहीं है। क्योंकि पहलगाम में तो सीधे-सीधे धर्म पूछकर पर्यटकों को निशाना बनाया गया था और इस पर गुस्सा पनपना जायज है।

 

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